November 6, 2024

वाराणसी में अमर सिंह ने अखिलेश पर किया तंज, बताया ‘नौका ठाकुर’

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वाराणसी: शहर पहुंचे पूर्व समाजवादी नेता अमर सिंह ने एक बार फिर समाजवादी सरकार और अखिलेश सिंह पर हमला बोला है। बाबतपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में हम कीर्तन नहीं कर सकते हैं, उनकी सरकार में तो सिर्फ हमें अज़ान पढ़नी पड़ेगी। अमर सिंह ने अखिलेश यादव को ”नौका ठाकुर” कहकर तंज कसा है।

अखिलेश यादव के बयान की भाजपा ऊंची जातियों की राजनीति करती है, के जवाब में उन्होंने कहा कि ऊंची जाती की राजनीति उनके घर में सबसे पहले हुई। उनकी पत्नी क्षत्रिय, मुलायम सिंह के दुसरे लड़के की पत्नी क्षत्रिय, उनकी संतानें आधी ऊंची जाती की तो वहां कहां से निचले हुए, अब तो “नौका ठाकुर” यही लोग हैं।

वहीं हाल ही में अभिनेता नसीरुद्दीन शाह द्वारा इंस्पेक्सटर की ह्त्या पर खुद को और बेटों को असुरक्षित महसूस करने के बयान पर अमर सिंह ने पलटवार किया है। अमर सिंह ने कहा कि नसीरुद्दीन भाई इन्स्पेक्टर की ह्त्या पर दुःख जाहिर करें, क्रोध ज़ाहिर करें, यह उनका अधिकार है, लेकिन गौ माता का नाम लेकर के उसे सन्दर्भित करके उन्होंने हिन्दू समाज के एक बड़े वर्ग का दिल आहात किया है।

उन्होंने कहा कि यदि पकिस्तान में कोई ऐसा करे जहां मंदिर की पूजा भी नहीं हो सकती, वो तो नरेंद्र मोदी का शुक्राना करें की अबुधाबी में जाकर मंदिर खुलवाकर आये। मुस्लिम देशों में तो आप पूजा भी नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वहां मंदिर भी नहीं होता, वहां मस्जिद की अज़ान के अलावा कुछ नहीं होता, लेकिन कम से कम भारत में मस्जिद की अज़ान होती है।

उन्होंने नसीरुद्दीन पर निशाने साधते हुए कहा कि यहाँ शिवरात्रि और राम चरित मानस अगर हम मुस्लिम भाइयों के मोहल्ले में बजाएं तो फिर बड़ी मुसीबत होगी, ख़ास तौर से अगर समाजवादी सरकार हो तो हम कीर्तन कर ही नहीं कर सकते। हमें सिर्फ नमाज़ और अज़ान पढ़नी होगी।

वहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा नसीरुद्दीन के बयान के जवाब में अमर सिंह ने कहा कि इससे गन्दा और घिनौंना बयान कुछ और नहीं हो सकता। उन्हें जब पता है कि मुस्लिम समुदाय सूअर को नहीं पसंद करता है, उसे नापाक समझता है तो अगर हम सूअर के बारे में बोलते हैं तो इसका मतलब हम उनकी धार्मिक भावनाओं को आहात कर रहे हैं।

हिन्दू समाज का शत प्रतिशत हिस्सा गाय को पशु नहीं माता मानता है। उसके मल को हम पवित्र मानते हैं और उसे हम पूजा के कुंड में रखते हैं। ये हमारी आस्था है। आप की आस्था है आप सूअर को नापाक मानते हैं, कौन मना कर रहा है। हमारी आस्था है हम गाय को माता मानें, हम गौ मूत्र को पवित्र मानते हैं। हम मल को गोबर कहते हैं और उससे अपने घर की पवित्रता को लीपते-पोतते हैं। हो सकता है हम अंधविश्वासी हों, लेकिन ये हमारा मत है हिन्दुस्तान के अधिकाशं लोगों की धार्मिक मान्यताएं हैं।