भारत में बढ़ रहा ओमिक्रॉन, अभी भी वैक्सीन की दूसरी डोज लेने से कतरा रहे लोग
KASHI MAIL
नई दिल्ली. विश्व के करीब 40 देशों में हलचल पैदा करने के बाद कोरोना वायरस (Corona Virus) का नया वेरिएंट अब भारत में भी अपना असर दिखा रहा है. देश में इस नए कोविड म्यूटेंट के कुल 33 मरीज हो गए हैं. जिनमें से दो मरीज राजधानी दिल्ली में हैं जबकि 17 मरीज कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) से बुरी तरह प्रभावित रहे महाराष्ट्र राज्य में हैं. इनके अलावा राजस्थान, गुजरात और कर्नाटक में भी ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) से संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़ना चिंता पैदा कर रहा है लेकिन इतने के बावजूद इससे बचाव का प्रमुख हथियार बनी कोरोना वैक्सीन की पूरी खुराक (Full Dose of Vaccine) लेने से लोग अभी भी कतरा रहे हैं.
देश में कोरोना की एक वैक्सीन लगवाने के बाद दूसरी डोज न लेने वालों में सबसे आगे हेल्थकेयर वर्कर्स (Healthcare Workers) और फ्रंटलाइन वर्कर्स (Frontline Workers) हैं. वहीं लाखों की संख्या में 45 और 60 साल से ऊपर के लोग भी शामिल हैं. 10 दिसंबर 2021 तक भारत में कुल 131.18 करोड़ वैक्सीन की खुराक लगाई गई हैं. जिनमें पहली और दूसरी डोज दोनों शामिल हैं. वहीं वैक्सीन की बात करें तो सबसे ज्यादा कोविशील्ड (Covishield) की खुराक लोगों ने ली है. इसके बाद कोवैक्सीन (Covaxin) और स्पूतनिक आदि हैं.
भारतीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आईसीएमआर की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक पांच श्रेणियों में देश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया है. 16 जनवरी 2021 से शुरू किए गए अभियान में सबसे पहले देश के हेल्थकेयर वर्कर्स और उनके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई थी. डाटा के मुताबिक दिसंबर तक देश में 1,03,85,305 हेल्थकेयर वर्कर्स ने वैक्सीन की पहली डोज ली है. जबकि इनके मुकाबले सिर्फ 95,79, 660 हेल्थकेयर वर्कर्स ने ही दूसरी डोज लगवाई है. ऐसे में अभी भी पांच लाख के आसपास स्वास्थ्यकर्मी अभी भी दूसरी डोज लेने से कतरा रहे हैं. गौरतलब है कि इनके लिए वैक्सीनेशन की सुविधा शुरू किए हुए 11 महीने का समय बीत चुका है.
वहीं फ्रंटलाइन वर्कर्स की बात करें, जिनमें अस्पतालों में काम करने वाला अन्य स्टाफ, सार्वजनिक, आवश्यक और सेवा कार्यों में लगे लोग शामिल हैं. अभी तक 1,83,82, 457 फ्रंटलाइन कर्मचारियों ने टीके की पहली डोज ली है. जबकि दूसरी डोज लेने वाले सिर्फ 1,66,55, 957 वर्कर्स हैं. लिहाजा एक बड़ी संख्या में ये कर्मचारी भी हैं जो दूसरी डोज लेने से बच रहे हैं. इसके बाद वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizen) के लिए वैक्सीन की सुविधा दी गई थी. इनमें भी अब तक 11,79,69, 122 बुजुर्गों ने पहली वैक्सीन ली है. जबकि दूसरी डोज लेने वाले बुजुर्गों की संख्या 8,45,35,083 है.
आंकड़ों के अनुसार देश में 45 साल से ऊपर के लोगों में 18,85,95,812 लोगों ने पहली खुराक ली है वहीं 13,07,50, 298 लोगों ने दूसरी खुराक ली है. सबसे आखिर में 18 से ऊपर के लोगों या व्यस्कों के लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी. इनमें 47,44,77, 287 लोगों ने पहली खुराक, जबकि 26,05,56, 258 लोगों ने दूसरी खुराक ली है. हालांकि 18 से ऊपर के लोगों के लिए सबसे आखिर में टीका शुरू किया गया था ऐसे में एक बड़ी संख्या ऐसी भी है जिसे अभी दूसरी वैक्सीन लगने में समय है. लिहाजा यह आंकड़ा अभी बढ़ेगा लेकिन हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स ने दूसरी डोज लेने में लापरवाही दिखाई है.
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