*बेगुनाह के खून से सनी खाकी,9 पुलिस कर्मियों को अजीवन सजा*
*राजाराम एक गरीब फर्नीचर करोबारी था। राजाराम एक सिपाही के घर की रसोई में काम कराया था। गरीब का कसूर सिर्फ इतना था की वह सिपाही से पैसे मांग लिए थे। सिपाही ने मना किया तो राजाराम अड़ गया था। इसी पर सिपाही ने साजिश रच कर लुटेरा बना दिया*।
*एटा में 16 साल पहले फर्नीचर कारीगर राजाराम की हत्या कर मुठभेड़ का रूप देने के मामले में आरोपी नौ पुलिसकर्मियों को बुधवार को सीबीआई की अदालत ने 20-20 साल कैद की सजा सुनाई। इसके अलावा दोषी पुलिसकर्मियों पर जुर्माना भी लगा है। एक आरोपी पुलिसकर्मी की मुकदमे की सुनवाई के दौरान मौत हो चुकी है*।
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