October 4, 2024

फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कर अधीक्षक को दिया जा रहा है वेतन-

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*फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कर अधीक्षक को दिया जा रहा है वेतन*

 

*कर्मचारी के सहारे राजकीय पौधशाला छोड़कर अधीक्षक हुए फरार*

 

*खराब नलकूप की मरम्मत के नाम पर लाखों निकाल लेने के बाद भी नलकूप नहीं हुआ ठीक*

 

*कौशाम्बी।* उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण की योजनाओं का लाभ किसानों को देने के उद्देश्य से सरकार ने बलीपुर टाटा में राजकीय पौधशाला की शुरुआत कराई थी इस पौधशाला में अधीक्षक समेत कई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है लेकिन यह पौधशाला अनाथ हो गया है विभाग के अधिकारी इसकी अव्यवस्था को देखने के लिए कतई तैयार नहीं है जिसके चलते दो कर्मचारियों के सहारे राजकीय पौधशाला का पूरा कार्यभार संचालित हो रहा है अधीक्षक के फरार रहने के चलते पूरी नर्सरी चौपट है पौधे सूख रहे हैं नर्सरी में कूड़ा करकट का ढेर लगा हुआ है साफ सफाई की व्यवस्था नहीं है अभिलेखों में भले ही इस नर्सरी में लाखों पौधे तैयार किए जाते हैं लेकिन हकीकत यह है कि इस नर्सरी में हजारों पौधे भी नहीं तैयार हो पा रहे हैं नर्सरी के अधीक्षक कई कई महीने बीत जाने के बाद पौधशाला नहीं पहुंचते हैं फिर भी फर्जी तरीके से उनकी उपस्थिति दर्ज कर जिला उद्यान अधिकारी द्वारा प्रत्येक महीने उनको वेतन किया जा रहा है जो उद्यान विभाग की भ्रष्टाचार व्यवस्था पर करारा तमाचा है

 

मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि उद्यान विभाग के राजकीय पौधशाला का नलकूप खराब है ग्रामीणों की मानें तो नलकूप मरम्मत के नाम पर भी लाखों रुपए का बजट अधीक्षक निकाल रहे हैं फिर भी नलकूप खराब है चर्चाओं पर जाएं तो जानबूझ कर नलकूप को खराब कर दिया गया है जिससे पौधे सूखने के बाद उनके बचाव के लिए यह कहने का मौका है कि नलकूप खराब है जिससे सिंचाई नहीं हो पाती जबकि यह बात सच्चाई से काफी दूर है अधीक्षक और कर्मचारियों की अनुपस्थिति के चलते नर्सरी अनाथ हो चुकी है जिससे पौध तैयार नही हो पा रहे हैं लेकिन उसके बाद भी जिला उद्यान अधिकारी ने राजकीय पौधशाला की चौपट व्यवस्था को सुधार करने का भी प्रयास नही किया है जिससे उनकी मंशा पर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी और राजकीय पौधशाला के अधीक्षक से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन काफी प्रयास के बाद बात नहीं हो सकीl