*प्रयागराज: पंडितजी केशरी नाथ त्रिपाठी ने साइकिल से शुरू की थी वकालत______*
श्रद्धांजलि सभा में याद किए गए केशरी नाथ त्रिपाठी, केशव बोले-हमारी यादों में हमेशा रहेंगे पंडितजी
प्रयागराज: पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल रहे पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी को बीजेपी महानगर की ओर से आज श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रीतमदास प्रेक्षागृह में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और बीजेपी सांसद प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी समेत सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उनके पार्टी को दिए गए योगदान पर भी चर्चा की गई। उनके बताए मार्गों मार्ग पर चलने का भी संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन से सभी लोग दुखी हैं। पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी की स्मृतियों को जीवंत बनाए रखने के लिए उनके नाम पर कुछ बड़ा किया जाएगा। देश में भी उनके नाम पर कुछ बड़ा हो इसके लिए प्रयास किया जाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा है कि पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी ने बहुत कम संसाधनों में अपनी पढ़ाई लिखाई की थी। शुरुआत में वो साइकिल से ही इलाहाबाद हाईकोर्ट जाया करते थे|
इसके बाद अपनी मेधा के बल पर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देाा। अपने जीवन काल में हर क्षेत्र में शिखर पर रहे। इसलिए पार्टी के लोग जो तय करेंगे, प्रयागराज के साथ ही प्रदेश में भी उनके नाम पर किया जाएगा। वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी श्रद्धांजलि सभा के मौके पर पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी को याद करते हुए कहा है की पार्टी की ओर से उनकी प्रतिमा लगाने और एक सड़क का नामकरण उनके नाम पर किए जाने को लेकर एक प्रस्ताव मुख्यमंत्री को दिया जाएगा।
इससे पूर्व केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि केशरी नाथ त्रिपाठी 1977 में जनता पार्टी से पहली बार, झूंसी से चुनाव लड़े और चुनाव को जीता भी। सहज, सरल, मिलनसार व्यक्तित्व के धनी पंडितजी हमेशा सभी लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय रहे। वह अपने विरोधी नेताओं में भी लोक प्रिय थे। वह कभी गुस्सा नहीं करते थे। सुचिता, स्वच्छता और ईमानदारी उनके अंदर कूट कूटकर भरी थी। उन्होंने अरैल में त्रिवेणी पुष्प बनवाया था। यही कारण है कि अरैल रोड को उनके नाम पर रखने की लोगों ने मांग की|
पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि झलवा से एयरपोर्ट तक की रोड का कोई नामकरण नहीं हुआ है इस पर विचार करके उनके स्मृति के तौर पर रखेंगे। डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि नेता सब बन सकते हैं, लेकिन राजनेता सब नहीं बन सकते। पंडित जी एक राज नेता थे।
डॉ.अखिलेश ओझा ने कहा कि ऐसी हस्ती जो प्रयागराज के लिए नहीं, प्रदेश और देश के के लिए अद्भुत शख्सियत थे उनका जाना
प्रयाग वासियों के लिए बहुत ही खेद की बात है। पंडित केशरी नाथ जी एक बहुत बड़े राजनेता और न्यायविद थे। उससे भी बड़ी बात है कि उनका व्यक्तित्व बहुत ही सरल और सहज था। उनकी कला, धर्म-अध्यात्म में गहरी रुचि थी। वो खुद एक लेखक, कुशल वक्ता और साहित्यकार थे|
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