*दिव्यांगों के सहारा बने सीएम योगी*
*चार साल में 2 लाख नए दिव्यांगों को अनुदान*
*11 लाख से अधिक हुई दिव्यांग लाभार्थियों की संख्या*
*लखनऊ।* उत्तर प्रदेश में योगी सरकार गरीबों, बेसहारों, निराश्रितों व दिव्यांगों के सभी हितों के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता को अपना परिवार माना है इसे उनके फैसलों में साफ देखा जा सकता है। पीएम मोदी के सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चलकर सीएम योगी ने युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक व गरीबों और बेसहारों को सरकारी योजनाओं से जोड़कर लाभ देने में एक के बाद कई एक रिकार्ड तोड़ दिए हैं। इसी का परिणाम है कि प्रदेश में आज हर वर्ग का विकास हो रहा है। इसी तरह दिव्यांगो के लिए भी योगी सरकार समर्पित है। जो दिव्यांग 2017 के पहले सरकारी योजनाओं में पात्र होने के बाद भी लाभ नहीं ले पा रहे थे योगी सरकार ने उनके लिए जगह-जगह कैंप लगाकर योजनाओं का लाभ पहुंचाया। साथ ही जिले के दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को एक महीने में दिव्यांगों के मामलों का निस्तारण करने का निर्देश दिया। जिसके चलते महज तीन सालों में ही अनुदान पाने वाले दिव्यांगों की संख्या 11 लाख के पार हो गई। दिव्यांगजन एवं सशक्तीकऱण विभाग विशेष सचिव अजित कुमार ने बताया कि प्रदेश में दिव्यांग भरण पोषण अनुदान योजना से कुल 11,02,028 लोगों को पेंशन दी जा रही है। बीते तीन सालों में 2 लाख 67 हजार 39 नए दिव्यांग इस योजना से जुड़ चुके हैं।
*अब 6 के बजाय एक माह में सत्यापन*
योगी सरकार आने से पहले योजना का लाभ पाने के लिए दिव्यांगो को 6-6 महीने तक भटकना पड़ता था। पहले विकास खंड व तहसील स्तर के बाद जिले के दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी के पास आवेदन का सत्यापन करने के लिए तीन चरण से गुजरना पड़ता था। इन सबसे करीब 6 माह का वक्त लग जाता था। योगी सरकार ने तीन चरणों की बाध्यता खत्म कर एक महीने में ही सत्यापन करने की जिम्मेदारी जिले के दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को दे दी। इतना ही नहीं जो भी दिव्यांग योजना को ऑनलाइन आवेदन करने में सक्षम नहीं उनका आवदेन जिले के अधिकारियों को करने की जिम्मेदारी दे दी गई। साथ ही जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन कर दिया है उन्हें हार्डकॉपी देने से छूट दी गई। इन सबसे दिव्यांगों को भागदौड़ से मुक्ति तो मिली ही साथ ही योजनाओं से जुड़ने में तेजी आई।
*300 से 500 रुपये हुई अनुदान की राशि*
दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग निदेशक अनूप कुमार ने बताया कि दिव्यांगों को दिए जाने वाले अनुदान को योगी सरकार ने बढ़ा दिया है। 2017 के पहले जहां उन्हें महज 300 रूपये मिलते थे वहीं उन्हें अब 500 रूपये प्राप्त हो रहे हैं।
*योजना से जोड़ने में पूर्वांचल के जिले टाप पर*
बीते तीन सालों में अनुदान योजना से नए दिव्यांगों को जोड़ने के मामले में पूर्वांचल के जिले शीर्ष पर हैं। इसमें प्रतापगढ़ में सर्वाधिक 10,966 दिव्यांगों को योजना से जोड़ा गया है। इसके बाद खीरी में 9,260, आजमगढ़ में 9,217, जौनपुर में 7,949 व प्रयागराज में 7,534 लाभार्थी जोड़े गए हैं।
योगी सरकार में दिव्यांगों को न सिर्फ योजना का लाभ मिल रहा बल्कि सम्मान भी मिल रहा है। यूपी दिवस के मौके पर प्रदेश के दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रदेश का सर्वोच्च खेल सम्मान मिला। इस अवसर पर खिलाड़ियों को लक्ष्मण व लक्ष्मीबाई सम्मान से नवाजा गया।
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