September 8, 2024

चोरी के इल्ज़ाम से प्रताड़ित युवक ने कंपनी के अंदर आग लगाकर किया आत्महत्या का प्रयास-

Spread the love

यमुनापार : चोरी के इल्ज़ाम से प्रताड़ित युवक ने कंपनी के अंदर आग लगाकर किया आत्महत्या का प्रयास______

 

प्रयागराज में यमुनापार के बारा थाना क्षेत्र स्थित बारा पॉवर प्लांट में बुधवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवक ने परिसर में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। युवक 80 प्रतिशत जल गया है। उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवक के पिता ने कंपनी अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। आरोेप है बीते नौ नवंबर को उस पर चोरी का इल्जाम लगाकर कंपनी से बाहर कर दिया गया था।

क्षेत्र के खान सेमरा निवासी राम सिंह यादव बारा पॉवर प्लांट में कंस्ट्रक्शन कंपनी रेयर में रीगर पद पर कार्यरत था। बीते नौ नवंबर को उस पर चोरी का इल्जाम लगाकर उसे कंपनी से बाहर कर दिया गया। बुधवार सुबह वह कंपनी परिसर में गया था और अधिकारियों के सामने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। यह देखकर वहां अफरातफरी मच गई। वहां मौजूद अन्य मजदूरों ने किसी तरह आग बुझाई, लेकिन तब तक युवक काफी झुलस चुका था|

कंपनी के अधिकारियों द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मजदूूरों ने युवक के परिजनों को इसकी जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस व परिजन कंपनी की एंबुलेंस से युवक को लेकर सीएचसी शंकरगढ़ पहुंचे। यहां हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। युवक के पिता विक्रम यादव ने शंकरगढ़ पुलिस को तहरीर दी है। इसमें उन्होंने कंपनी के तीन अधिकारियों पर युवक को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है|

 

बारा पॉवर प्लांट के मुख्य गेट पर आधा दर्जन से अधिक सिक्योरिटी गार्ड तैनात हैं। इनका काम कंपनी के आने जाने वालों की जांच करनी है। इसके बाद भी बुधवार को राम सिंह यादव गेट को पास करते हुए पेट्रोल लेकर अंदर कैसे पहुंचा, इसको लेकर कंपनी में चर्चा गर्म है। यदि वह खाली हाथ गया तो उसे अंदर पेट्रोल किसने उपलब्ध कराया। इसकी जांच की जा रही है। वहीं कंपनी गेट से लेकर परिसर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। इसके बाद भी सिक्सोरिटी वालों की निगाह युवक पर कैसे नहीं पड़ी यह जांच का विषय है|

 

युवक के पिता की मानें तो उसे बीते नौ नवंबर को कंपनी से निकाल दिया गया था। कर्मचारियों की माने तो किसी भी मजदूर या कर्मचारियों को जब निकाला जाता है तो गेट पास जब्त कर लिया जाता है। ऐसे में सवाल यह है कि यदि उसके पास गेट पास नहीं था तो किसके कहने पर प्रवेश दिया गया। साथ ही वह सीधे अधिकारियों के चैंबर तक कैसे पहुंचा। कुछ कर्मचारियों ने बताया कि युवक को कुछ अधिकारियों ने बुलाया था|