वारसॉ. अमेरिका के जो बाइडेन ने शनिवार को पोलैंड की राजधानी वारसॉ में यूक्रेन के विदेश और रक्षा मंत्रियों के साथ मुलाकात की. रूस का आक्रमण शुरू होने के बाद यह पहली बार है कि अमेरिकी राष्ट्रपति और कीव के शीर्ष अधिकारियों के बीच आमने-सामने की बातचीत हुई है. पोलैंड में यूक्रेन के मंत्रियों के साथ जो बाइडेन की यह मुलाकात रूस को भड़काने का काम कर सकती है. दरअसल, यूक्रेन में जंग के हालात पैदा करने के लिए रूस पहले से ही अमेरिका को जिम्मेदार मानता आ रहा है.
बाइडेन यहां शनिवार की सुबह अमेरिकी और यूक्रेनी विदेश नीति और रक्षा नेताओं के साथ एक बैठक में शामिल हुए. राष्ट्रपति ने अमेरिकी सेना के 82वीं एयरबोर्न डिवीजन के सदस्यों से बातचीत में कहा, “आप लोकतंत्र और कुलीन वर्गों की लड़ाई के बीच में हैं.” उन्होंने कहा, “क्या लोकतंत्र कायम रहने वाला है या निरंकुशता प्रबल होने वाली है?”
बाइडेन ने कहा कि “सबसे महत्वपूर्ण बात जो हम शुरू से कह रहे हैं कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध रोकने के लिए मजबूर करने के वास्ते सभी को एकजुट होना होगा.” उन्होंने यूक्रेन के लोगों की मदद के लिए मानवीय प्रयासों की सराहना की.
बाइडेन ने यूक्रेन के शरणार्थियों को पनाह देने के लिए पोलैंड को सराहा
एक दिन पहले शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर रूस के हमले के कारण भागकर आए 20 लाख से अधिक शरणार्थियों को पनाह देने के लिए पोलैंड की सराहना की. उन्होंने मानवीय विशेषज्ञों से मुलाकात करके इस पर बातचीत भी की कि लोगों की बढ़ती परेशानियों को दूर करने के लिए क्या किया जाना चाहिए.
और रक्षा मंत्री से मिले जो बाइडेन, भड़क सकता है रूस
बाइडेन ने कहा कि उन्होंने सीमा के और करीब जाने की उम्मीद की थी, लेकिन सुरक्षा चिंताओं के कारण उन्हें रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि लेकिन फिर भी वह यह रेखांकित करने के लिए पोलैंड की यात्रा करना चाहते थे कि जो सहायता वह मुहैया करा रहा है उसके ‘बड़े परिणाम’ हैं क्योंकि यूरोप द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से सबसे बड़े शरणार्थी संकट का सामना कर रहा है.
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