March 18, 2025

माफियाओं पर शिकंजा कसने की अपडेट होने लगी सूची*

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*गोरखपुर।* योगी आदित्यनाथ की दोबारा सरकार बनने के बाद अब पुलिस-प्रशासन ने फिर कमर कस लिया है। जिले में होने वाले अपराधों में भूमि से जुड़े अपराधों पर पुलिस का सबसे ज्यादा फोकस है। शहर के विस्तार के साथ ही भू माफियाओं की बढ़ती सक्रियता को लेकर पुलिस मुस्तैद हो गई है। थानों पर पहुंच रही जमीन से जुड़ी शिकायतों को अलग कर भू माफिया की पहचान की जा रही है।
वहीं कई ऐसे जमीन से जुड़े मामले थानों पर पहुंच रहे हैं जिसमें एक ही व्यक्ति पर कब्जे की सर्वाधिक शिकायतें हैं। उसकी अलग से लिस्ट बनाकर भू माफिया की सूची में डाला जा रहा है। दूसरी ओर अन्य माफियाओं जैसे, शराब, अवैध खनन आदि की सूची को भी पुलिस ने अपडेट करना शुरू कर दिया है।

दरअसल गोरखपुर शहर का काफी तेजी से विस्तार हो रहा है। मेट्रोपोलिटन में गोरखपुर शहर शामिल हो गया है। इसी के साथ इसका दायरा एक तरफ पीपीगंज, गुलरिहा का भटहट, पिपराइच, सोनबरसा, सरदारनगर व खोराबार का पूरा इलाका शहरी क्षेत्र में शामिल हो रहा है। इसी के अनुरूप योजनाएं भी बनाई जा रही हैं। भू माफियाओं ने इन योजनाओं के बारे में जानकारी कर जमीनों पर कब्जा शुरू कर दिया है।
यही नहीं, शहरी क्षेत्र की कई ऐसी विवादित जमीनें हैं जिस पर भू माफिया अपनी मौजूदगी बताकर कब्जा करने में जुट गए हैं। कुछ जगहों पर उनकी पुलिस से भी सांठगांठ भी सामने आ रही है हालांकि योगी सरकार दोबारा बनने के बाद अधिकारियों के निर्देश पर अब इस तरह के माफियाओं की सूची पर काम शुरू हो गया है।

*भू माफिया ओपी की गिरफ्तारी थी बड़ी कार्रवाई:*
चुनाव से ठीक पहले पुलिस ने भू माफिया ओपी पाण्डेय की गिरफ्तारी की थी। यह हाल की बड़ी गिरफ्तारी थी। ओपी पाण्डेय ने काफी लोगों से जमीन के नाम पर पैसा वसूला है। यही नहीं, 30 से ज्यादा लोगों ने उसके खिलाफ केस भी दर्ज कराया था। गैंगस्टर तक की कार्रवाई हुई थी। सीएम के यहां शिकायत के बाद उसे भू माफिया की सूची में डाला गया था और पुलिस ने काफी प्रयास के बाद उसे दबोचा था। ओम प्रकाश पाण्डेय ने कई ऐसी जमीने बेची थी जो पहले से बिक चुकी थी। जब लोग कब्जा करने पहुंचे तो पता चला कि इस पर किसी और का कब्जा है।
*माफिया की सूची बढ़ाने के दिए निर्देश*

शहर के विस्तार के साथ ही भू माफियाओं की नजर गुलरिहा, खोराबार, पिपराइच, चिलुआताल में लगी है। यहां के थानों पर लगातार शिकायत भी पहुंच रही है। कुछ मामलों में पुलिस पार्टी तक बन रही है। गोरखपुर पुलिस ने अब तक 60 माफियाओं की पहचान की है। यह भू माफिया के अलावा, शराब, गो तस्करी और वन माफिया भी शामिल है। नई सरकार आने के बाद इन सभी माफिया की न सिर्फ पुलिस ने खोज खबर लेनी शुरू कर दी है बल्कि सूची को अपडेट करने के लिए भी कहा गया है। शिकायतों के आधार पर माफिया की सूची बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया है।
*गैंगस्टर बना अवैध सम्पत्ति पर चलेगा बुलडोजर*
माफियाओं की सूची अपडेट करने के बाद नए माफियाओं का नाम न सिर्फ सूची में शामिल किया जाएगा बल्कि उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई कर उनकी अवैध सम्पत्ति जब्त कर उनके घर पर बुलडोजर चलाने की भी तैयारी है। पुलिस की सूची में शामिल कई माफिया जेल में हैं और उनकी सम्पत्ति भी जब्त है। वहीं जो बाहर हैं उनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। इनमें से कुछ ने तो शहर भी छोड़ दिया है।
गुंडों-माफियाओं पर सख्ती के लिए उनकी सूची अपडेट की जा रही है। कौन जेल में है और कौन बाहर है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही जो जेल से बाहर है वह क्या कर रहा है, उसकी गतिविधियों पर पुलिस की पैनी नजर है।
*- डॉ. विपिन कुमार ताडा, एसएसपी*