October 3, 2024

बी.पी. सरोज भाजपा के उम्मीदवार मछलीशहर लोक सभा सीट से

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जौनपुर के मछलीशहर लोकसभा सीट पर 2014 में बसपा से प्रत्याशी रहे बी पी सरोज को भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाने से मछलीशहर लोक सभा सीट पर लड़ाई काफी रोमांचक हो गयी है।
बसपा सपा गठबंधन में मछलीशहर लोकसभा की सीट बसपा के खाते में गयी है।बसपा सुप्रीमो मायावती ने बसपा प्रत्याशी के रूप में टी राम को अपना प्रत्यशी घोषित किया है।
जो मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र के जलालपुर से संबंध रखते हैं ।बी पी सरोज 2014 में बसपा के लोकप्रिय प्रत्याशी रहे जो मोदी लहर में भी दूसरे नंबर रहे थे ।जबकि बसपा और सपा के बेस वोटर भी आशिंक रूप से भाजपा को मतदान किये थे।भाजपा ने वर्तमान सांसद रामचरित्र निषाद का टिकट काटकर बी पी सरोज पर अपना विश्वास जताया है। बी पी सरोज की सीधी टक्कर बसपा सपा के संयुक्त प्रत्याशी टी राम से होगी। बी पी सरोज की पकड़ बसपा के कैडर बेस वोटों के साथ साथ सपा के वोटरों में है ।बी पी सरोज की स्वजातीय पासी समाज की संख्या मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र में काफी संख्या में है।वैसे सपा के पूर्व लोकप्रिय सांसद तूफानी सरोज की मछलीशहर लोकसभा में अपने स्वजातिय वोटरों के साथ साथ सवर्ण वोटरों में भी अच्छी खासी पकड़ है।किंतु दुर्भाग्य से यह सीट गठबंधन में बसपा के खाते में चली गयी है। बसपा से टी राम और भाजपा से बसपा के ही पूर्व प्रत्याशी रहे बी पी सरोज के मैदान में आने से मछलीशहर लोक सभा सीट की लड़ाई बड़ी ही रोमांचक हो गयी है । कांग्रेस पार्टी का मछलीशहर लोक सभा सीट में जनाधार न होने के कारण मछलीशहर लोक सभा सीट पर बसपा सपा गठबंधन और भाजपा अपना दल गठबंधन के बीच सीधी लड़ाई होगी। वैसे 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी पूर्व राज्यमंत्री जगदीश सोनकर मछलीशहर विधानसभा से भाजपा की अनिता रावत को लगभग चार हजार वोटों से अधिक अंतर से पराजित कर अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। बाकी मछलीशहर लोकसभा की अन्य चार सीटों में से एक मड़ियाहूं विधानसभा सीट पर अपना दल प्रत्याशी लीना तिवारी और अन्य सीट पर भाजपा ने कब्जा किया था। देखना दिलचस्प होगा कि अपना दल और भाजपा के विधायक भाजपा प्रत्याशी को जिताने में कितनी भूमिका निभा पाते है। क्योंकि इसी लोकसभा चुनाव से 2022 के विधानसभा चुनाव में उनका भविष्य भी तय होगा । 2019 का लोकसभा चुनाव योगी सरकार और उनके विधायकों और मंत्रियों के लिए सेमीफाइनल चुनाव भी माना जा रहा है।एक बात तय है कि योगी और भाजपा नेतृत्व ने बसपा के पूर्व लोकप्रिय प्रत्याशी बी पी सरोज को मैदान में उतारकर बड़ी रणनीति का चौसर चलकर बसपा सपा गठबंधन को मात देने की कोशिश की है। 23 मई को तय होगा कि भाजपा की रणनीति कितनी कामयाब हुई। पूर्वांचल में वाराणसी ,आजमगढ़ , गोरखपुर की लड़ाई के बाद जौनपुर की मछलीशहर लोक सभा सीट की लड़ाई बड़ी दिलचस्प हो गयी है। मछलीशहर की जनता किसके गले मे विजय श्री का माला पहनाती है । इसके लिए 23 मई का इंतजार करना होगा।