November 3, 2024

बलिया पुलिस को मिली बड़ी सफलता, फिंगर रबड क्लोन के साथ पांच CSP संचालक गिरफ्तार-

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*बलिया पुलिस को मिली बड़ी सफलता, फिंगर रबड क्लोन के साथ पांच CSP संचालक गिरफ्तार ; खुले कई राज*

 

 

 

 

बलिया जिले के सहतवार थाना पुलिस, साइबर सेल व एसओजी की संयुक्त टीम ने ग्राहकों के खातों से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से तीन लैपटाप मय उपकरण, एक थर्मल रीसिप्टर प्रिन्टर, दो एटीएम स्वैपिंग मशीन, छह फिंगर प्रिन्ट स्कैनिंग मशीन, छह फिंगर प्रिन्ट का रबड क्लोन, 17 फर्जी मुहर, छह अंगुठा लगा हुआ फोटो स्टेट आधार कार्ड व घटना में प्रयुक्त एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। पुलिस ने धारा 66डी आईटी एक्ट व 419, 420, 467, 471, 120-बी आईपीसी के तहत सभी अभियुक्तों को चालान न्यायालय कर दिया।

 

 

 

एएसपी डीपी तिवारी व सीओ बांसडीह के पर्यवेक्षण में गठित एसओजी, साईबर सेल व सहतवार थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने मंगलवार को हड़िहाकला स्थित फिनो पेमेन्ट बैंक के ग्राहक सेवा केन्द्र से सीएसपी संचालक संदीप वर्मा पुत्र विशाल वर्मा (निवासी : हड़िहाकला, रेवती), सेन्ट्रल बैंक रेवती के सीएसपी संचालक संतोष यादव पुत्र हरेकृष्ण यादव (निवासी : रामपुर मशरीक, रेवती), छपरा सारिव के सीएसपी संचालक सूरज यादव पुत्र लक्ष्मण यादव (निवासी : हड़िहाकला, रेवती), विनोद कुमार शर्मा पुत्र रामनाथ शर्मा (निवासी : स्टेशन रोड मालगोदाम, कोतवाली बलिया) तथा रमेश यादव उर्फ पिन्टू पुत्र देवन यादव (निवासी : वार्ड नं. 03 कस्बा रेवती) को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से साईबर अपराध में इस्तेमाल किये जा रहे उपरकरण बरामद किये गये।

 

 

पकड़े गये अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि 20 अगस्त 2021 को कुसौरी कला के इन्द्र प्रकाश पाण्डेय हड़िहाकला में सीएसपी संचालक संदीप वर्मा के ययां से 5000 रुपया निकालने गये थे। संचालक द्वारा उनके एसबीआई खाते से 2,50,000/- (02 लाख पचार हजार) रुपये निकाल लिया गया था। इस सम्बन्ध में सहतवार पुलिस ने धारा 67डी आईटी एक्ट का पंजीकृत किया था। अभियुक्तों द्वारा यह भी बताया गया कि छपरा सारिव की श्रीमती किशा देवी द्वारा ग्राहक सेवा केन्द्र से पैसा निकालते समय उनके पैन कार्ड, आधार कार्ड की फोटो कापी लेकर आनलाइन फर्जी खाता खोला गया था। इसी खाते में इन्द्र प्रकाश पाण्डेय सहित कई अन्य ग्राहकों के पैसे ट्रान्सफर कर एटीएम से नगद रुपये निकालकर सभी आपस में बांट लिये थे।