April 19, 2024

पीएम केयर फंड में आये 9 हज़ार करोड़ रुपया

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कांग्रेस का पीएम केयर्स फंड को लेकर सरकार पर बड़ा आरोप, कहा पीएम केयर फंड में आये 9 हज़ार करोड़ रुपया चीनी कंपनियों का है

आदिल अहमद

नई दिल्ली: भाजपा के नेताओं की तरफ से राजीव गाँधी फाउंडेशन की फंडिंग पर सवाल उठाए जाने के बाद अब कांग्रेस ने सरकार पर तगड़ा पलटवार किया है। कांग्रेस ने सरकार पर पलटवार करते हुवे आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष में चीनी कंपनियां दान दे रही हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने चीनी कंपनियों का नाम लेते हुए पीएम केयर्स फंड में दान देने का आरोप बड़ा लगाया है। उनका आरोप है पीएम केयर्स फंड में 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा चीन से आया है। ये आरोप ऐसे समय आया है जब देश में चीन को लेकर एक गुस्सा और नफरत का माहोल बना हुआ है।

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PM Cares Fund में ₹7 करोड़ Huwai द्वारा दिया गया है। यह कम्पनी चीनी आर्मी PLA से सम्बंधित है। टिक-टॉक ने ₹30 करोड़, Paytm ने ₹100 करोड़ दिए हैं। जिओमी से ₹15 करोड़ और ओप्पो से ₹1 करोड़ की सूचना है:

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लगाया कि पीएम केयर्स फंड में 9678 करोड़ रुपये चीन से आया है। सिघवी ने आरोप लगाया है कि पीएम केयर्स फंड में 7 करोड़  रुपये हुवाई  द्वारा दिया गया है। यह कम्पनी चीनी आर्मी पीएलए से सम्बंधित है। टिक-टॉक ने 30 करोड़ रुपये, पेटीएम ने 100 करोड़ रुपये दिए हैं। जिओमी से 15 करोड़ और ओप्पो से 1 करोड़ रुपये दिए जाने की सूचना है।

बताते चले कि पीएम केयर्स फंड कोविड-19 महामारी के कारण आने वाली किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के उद्देश्य से इस साल मार्च में बनाया गया था। तब से ही कुछ विपक्षी दलों की यह मांग रही है कि इस फंड में आने वाले दान को सार्वजनिक किया जाए। समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा की एक खबर के मुताबिक, सिंघवी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के 2007 से ही चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से संबंध रहे हैं और राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और अमित शाह जैसे उसके अध्यक्षों का चीन के साथ अधिकतम संपर्क रहा है।

P. Chidambara
पीएम-केयर्स फंड की स्थापना चीनी घुसपैठ के बाद डेपसांग (2013), चुमार (2014) और डोकलाम (2017) हुई थी। पीएम ने चीनी स्वामित्व वाले फंडों से धन क्यों स्वीकार किया, जिनमें से एक का चीनी सेना, पीएलए के साथ गहरा संबंध है?

P. Chidamb
2005 में, भारत-चीन संबंध अच्छे थे और उन्हें सुधारने के प्रयास किए जा रहे थे। यदि 2005 में एक दान गलत था, तो 2013-17 के बाद दान स्वीकार करना कितना गलत
दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इस मुद्दे पर बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि- “पीएम-केयर्स फंड 28-03-2020 को स्थापित किया गया था। चीनी स्वामित्व वाली कंपनियों ने उस तिथि से धन दान किया। चीनी सैनिकों ने मार्च-अप्रैल 2020 में लद्दाख में घुसपैठ शुरू की। क्या चीन की मंशा को समझने के लिए बड़ी बुद्धिमत्ता की आवश्यकता है?