March 20, 2025

नवजोत सिंह सिद्धू की ‘कप्तानी’ छिनी! सोनिया गांधी ने 5 राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों से लिया इस्तीफा

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दिल्ली. 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों (5 States Assembly Elections) में हुई करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) ने राज्य के पार्टी प्रमुखों को इस्तीफा देने के निर्देश दिए हैं. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के पीसीसी अध्यक्षों से कहा है कि वे पीसीसी के पुनर्गठन के लिए अपना इस्तीफा दें.” सोनिया गांधी के इस आदेश के बाद पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू पर भी गाज गिरी है. बता दें सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष पद दिए जाने के पहले और बाद में काफी विवाद हुआ था जिसके चलते पंजाब कांग्रेस में पार्टी की अंतर्कलह खुलकर सामने आ गई थी. इसी विवाद में राज्य के नेतृत्व में भी आमूलचूल बदलाव किए गए थे और चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया था.

वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly Elections) में मिली करारी हार की समीक्षा के लिए कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) दिल्ली में एक बैठक कर रही हैं. राजनीति में शामिल होने के तुरंत बाद प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बना दिया गया था और उन्हें यूपी में पार्टी के स्तर को ऊपर उठाने का काम सौंपा गया. प्रियंका के यूपी में चलाए गए हाई वोल्टेज अभियान “लड़की हूं लड़ सकती हूं” के बावजूद, चार साल के बाद, पार्टी राज्य में महज दो सीटें हासिल करने में सफल रही, 2017 में कांग्रेस को सात सीटें जीतने में सफलता मिली थी. 2 सीटों के साथ ही पार्टी का वोट शेयर घटकर मात्र 2.5 प्रतिशत रह गया है.

उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव दिल्ली के गुरुद्वारा रकाबगंज रोड स्थित पार्टी के वॉर रूम में पार्टी के शीर्ष राज्य के नेताओं के साथ एक बैठक कर रही हैं. कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के दो दिन बाद हो रही है. रविवार को पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली की हार की समीक्षा करने के लिए हुई कार्यसमिति की बैठक में प्रियंका ने अपनी रिपोर्ट पेश की थी.

सोनिया ने कार्यसमिति के सामने की थी इस्तीफे की पेशकश

बैठक में उनकी मां और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने करारी हार को देखते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया और संसद के चालू बजट सत्र के बाद पार्टी के आंतरिक चुनावों की तैयारी करने का निर्णय लिया गया.

कांग्रेस 1989 के बाद से उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी नहीं कर सकी है और वर्षों से, यह राज्य में लगातार जमीन खोती जा रही है. 2019 के आम चुनावों में, राहुल गांधी अपने पारिवारिक गढ़ अमेठी में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए थे.

सोनिया गांधी की पारंपरिक सीट रायबरेली के अलावा अमेठी कांग्रेस के अंतिम दो गढ़ों में से एक माना जाता था. पार्टी इन दो सीटों के तहत आने वाले 10 विधानसभा क्षेत्रों के तहत एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुई है.।