September 7, 2024

क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें ध्यान

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क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो होगा बड़ा नुकसान

Credit Card: डिजिटल पेमेंट की बढ़ती दुनिया में क्रेडिट कार्ड का अलग ही महत्व है. तमाम सुविधाओं के चलते क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बहुत से लोग कई-कई क्रेडिट कार्ड रखते हैं. क्रेडिट कार्ड के आधार पर आप बिना पैसे के भी सामान खरीद सकते हैं. किसी को भुगतान कर सकते हैं और बिल आदि जमा कर सकते हैं. क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि बिलों के भुगतान के लिए आपको 50 दिनों तक का समय मिल जाता है और वह भी बिना किसी अतिरिक्त चार्ज या ब्याज के.

क्रेडिट कार्ड के फायदे बहुत हैं, लेकिन जरा सी लापरवाही के कारण यह आपके लिए जी का जंजाल साबित हो सकता है. क्रेडिट कार्ड के बिल का समय पर भुगतान नहीं करने पर आपको अधिक ब्याज का भुगतान करना पड़ता है.

क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान (Credit Card Billing Cycle)
क्रेडिट कार्ड का फायदा उठाने के लिए क्रेडिट कार्ड के बिलिंग साइकिल को समझना जरूरी है. एक बार कार्ड के बिलिंग साइकिल को समझने के बाद आप अपने फायदे में इसका इस्‍तेमाल कर पाएंगे. बिलिंग साइकिल उस अवधि को कहते हैं जिसके लिए क्रेडिट कार्ड बिल जेनरेट होता है.

अगर आपका के क्रेडिट कार्ड की स्‍टेटमेंट हर महीने की 10 तारीख को जेनरेट होती है तो बिलिंग साइकिल पिछले महीने की 11 तारीख से शुरू होगी और मौजूदा महीने की 10वीं तारीख तक जारी रहेगी. आपको बैंक से यह पता करना चाहिए कि बिलिंग साइकिल की वास्‍तविक अवधि क्‍या है. क्योंकि बिलिंग साइकिल की अवधि 27 दिनों से 31 दिनों के बीच होती है.

क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट या बिलिंग स्टेटमेंट से इस बात की जानकारी मिलती है कि आपने बिलिंग साइकिल या बिलिंग पीरियड में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कैसे किया है. स्टेटमेंट में आपके बिलिंग साइकिल के दौरान किए गए ट्रांजैक्शन, मिनिमम अमाउंट ड्यू, अमाउंट ड्यू, ड्यू डेट आदि की जानकारी होती है.

भुगतान की तय तारीख के तीन दिन बाद तक क्रेडिट कार्ड पेमेंट का मौका रहता है. इसके बाद भी अगर आप पेमेंट नहीं करते हैं तो लेट पेमेंट चार्ज किया जाता है. यह चार्ज बहुत अधिक होता है और यह चार्ज अगले बिल में शामिल किया जाता है.

क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करते समय आपको तीन ऑप्शन दिखाई देता है. पहला- टोटल बिल का भुगतान, दूसरा- मिनिमम अमाउंट और तीसरा है- अंडर अमाउंट.

कायदा तो यह कहता है कि क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान हमेशा समय के भीतर ही करना चाहिए. इससे आपका क्रेडिट स्कोर सही होता है, आपको अतिरिक्त ब्याज का भुगतान नहीं करना पड़ता और सबसे बड़ा फायदा टेंशन से दूर रहना. अगर आप किसी वजह से क्रेडिट कार्ड के पूरे बिल का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं तो आपको मिनिमम अमाउंट भुगतान जरूर करना चाहिए.

मिनिमम भुगतान करने से आप जुर्माने से बच सकते हैं. मिनिमम अमाउंट कुल बिल का 5 फीसदी होता है. इसमें मासिक किस्त का भुगतान अलग होता है. अगर आपके किसी सामान की ईएमआई 2000 रुपये हैं और आपने इस दौरान 5000 रुपये की कोई शॉपिंग कर ली है तो आपको मिनिमम 5200 रुपये का भुगतान करना होगा.
हालांकि, EMI का अमाउंट एडिशनल होगा. उदाहरण के तौर पर अगर हर महीने एक फोन की ईएमआई 5000 रुपए है और उस महीने आपने 10 हजार की शॉपिंग की है तो मिनिमम अमाउंट 5500 रुपए (5000+500) होगा.

भुगतान में देरी का नुकसान
क्रेडिट कार्ड का बिल जेनरेट हो जाने के बाद आपको भुगतान के लिए तीन सप्ताह का समय मिलता है. अगर आप मिनिमम पेमेंट करते हैं आपको फ्री ब्याज पीरियड का लाभ नहीं मिलेगा. जब तक पूरा पेमेंट नहीं कर दिया जाता है तब तक आपको इंट्रेस्ट फ्री पीरियड नहीं मिलेगा. उसके बाद हर भुगतान पर महीने का ब्याज लगेगा.

आपको ब्याज का तब तक भुगतान करना होगा लागू होगा जब तक आप पूरा भुगतान नहीं कर देते हैं. इस तरह आप मिनिमम अमाउंट पेमेंट कर जुर्माने और लेट पेमेंट चार्ज से बच सकते हैं.

रिवॉर्ड प्वाइंट
क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में आपको अब तक जमा किए गए रिवॉर्ड प्वाइंट्स के साथ उसका स्टेटस भी दिखेगा. यहां आपको एक टेबल दिखेगा जिसमें पिछली साइकिल से आए रिवॉर्ड प्वाइंट्स की संख्या, वर्तमान बिलिंग साइकिल में कमाए गए प्वाइंट्स और खत्म हो चुके प्वाइंट्स की जानकारी होती है.