प्रेस विज्ञप्ति
*काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की फीस में नहीं की गई है कोई भी बढ़ोतरी*
*• शैक्षणिक वर्ष 2020-21 तथा 2021-22 में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं*
*• सत्र 2020-21 तथा 2021-22 में बढ़े हुए शुल्क का भुगतान करने वाले विद्यार्थियों को अंतर किया जा रहा है वापस*
*• कुछ मदों में आंशिक बढ़ोतरी आगामी सत्र 2022-23 में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों पर ही होगी लागू*
*• वृद्धि करने के बारे में शैक्षणिक सत्र 2019-20 से पहले ही ले लिया गया था फैसला*
वाराणसी, 14.10.2022: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कतिपय विद्यार्थियों व अन्य व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया तथा अन्य संचार माध्यमों में ऐसे दावे किये जा रहे हैं कि विश्वविद्यालय द्वारा सभी विद्यार्थियों की फीस में वृद्धि कर दी गई है। विद्यार्थियों व आमजन को गुमराह करने वाले इन दावों से विश्वविद्यालय की छवि व प्रतिष्ठा पर तो प्रतिकूल असर पड़ ही रहा है, विश्वविद्यालय में पठन-पाठन व वर्तमान में जारी परीक्षाओं का वातावरण भी प्रभावित हो रहा है। इस संबंध में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा यह स्पष्ट किया जाता है कि
*• किसी भी विद्यार्थी की फीस में कोई वृद्धि नहीं की गई है।*
यहां यह उल्लिखित करना आवश्यक है कि कोविड 19 महामारी के कारण
*• विद्यार्थियों को राहत देने के उद्देश्य से शैक्षणिक सत्र 2020-21 तथा 2021-22 में किसी भी प्रकार की वृद्धि लागू नहीं की गई थी।*
*• इन दोनो सत्रों में जिन भी विद्यार्थियों ने बढ़े हुए शुल्क का भुगतान किया, ऐसे सभी विद्यार्थियों को फीस के अंतर की राशि लौटाई जा रही है।*
*• यह राशि लौटाने का निर्णय भी अगस्त 2022 में ही ले लिया गया था।*
इस संबंध में सभी संकायों व विभागों को सूचित भी कर दिया गया था, कि जिन भी विद्यार्थियों ने पिछले दो शैक्षणिक वर्षों में 2019-20 में प्रभावी फीस से अतिरिक्ति राशि जमा कराई है, उन्हें वर्तमान राशि व प्रस्तावित राशि का अन्तर लौटा दिया जाए। ऐसे सभी अनुरोधों पर विश्वविद्यालय तत्परता से कार्रवाई कर रहा है।
जहां तक फीस व छात्रावासों के शुल्क में बढ़ोतरी का प्रश्न है, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा इस संबंध में कोई नया निर्णय नहीं लिया गया है। विद्यार्थी कल्याण गतिविधियों, छात्रावासों के रखरखाव की उच्च लागत, विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में आने वाले खर्च आदि के लिए संसाधन जुटाने के उद्देश्य से
*• कुछ मदों में आंशिक बढ़ोतरी के बारे में निर्णय शैक्षणिक वर्ष 2019-20 से पहले ही ले लिया गया था।*
इस निर्णय को विद्वत परिषद् तथा कार्यकारी परिषद् द्वारा स्वीकृत मिली। हालांकि, कोविड19 महामारी के कारण विद्यार्थियों के हित में यह निर्णय प्रभावी नहीं किया गया। प्रस्तावित फीस में छात्रावास का किराया, छात्रावास सुविधा तथा Establishment Charges आदि में 10% वार्षिक की मामूली बढ़ोतरी को ही लागू किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त
*• अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों से किसी भी तरह का छात्रावास किराया नहीं लिया जाएगा।*
इस संबंध में जो भी बढ़ोतरी प्रभावी हो रही है, वह 2022-23 में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों के लिए है। वर्तमान विद्यार्थियों पर इस आंशिक बढ़ोतरी का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा सभी विद्यार्थियों व पक्षधारकों से अपील है कि कतिपय वर्गों द्वारा विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि के नाम पर किये जा रहे दुष्प्रचार से सचेत रहें व इस बारे में फैलाए जा रहे भ्रम व गलत सूचनाओं से बचें। विद्यार्थी कल्याण व उनके सर्वांगीण विकास के महामना के विचार पर आगे बढ़ रहा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इस दिशा में नित नई पहल कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में विद्यार्थियों के कल्याण व हित के लिए आरंभ की गई योजनाएं विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की परिचायक हैं।
जनसम्पर्क अधिकारी
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